dard bhari shayari
आजकल दर्द तो ऐसा हो गया है जैसे किसी जमाने में मिठाई बटा करती थी । तो आप भी किसी वजह से दुखी हैं एक और आप भी कुछ दुख भरी शायरी पढ़ना चाहते हैं तो आप इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें इस आर्टिकल में हमने आपको नई नई शायरी प्रोवाइड करवाएं है और बाकी आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों में भी शेयर कर सकते हैं ।

बाज़ लोग ज़िन्दगी में बहुत देर से मिलते है
इतनी देर से के हम चाहे भी तो इन्हे
अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा नहीं बना सकते
Baaz log zindagi me bohat dair se milte
Hain, itni dair se ke hum chahen bhi to inhen
Apni zindagi ka hisa nahi bna sakte

ये अहले इश्क़ अजीब नफसियत रखते है
के दर्द सिर मै है और दिल पे हाथ रखते है
Ye Ahl-e- Ishq Ajeeb nafsiyat rkhty hai
Kay dard sir mai hai aur dil pay hath rkhty hai

तू अगर इश्क़ मै बर्बाद नहीं हूं सकता
जा तुझे कोई सबक याद नहीं हो सकता
Tu agr ishq mai barbaad nahi huksta
Jaa tjhe koi sabaq yaad nahi huskta .

नहीं है हमारा हाल कुछ तुम्हारे हाल से अलग बस फर्क इतना है
तुम याद करती हो हम भूल नहीं पाते
Nahi ha humara haal Kch tmhary haal say alg
Bus frq itna hai
Tum yaad krty hu hum bhool nahi paaty.

करके वादा मुकर गया आखिर
तू भी दिल से उतर गया आखिर
Karke wada mukar gaya akhir
Tu bhi dil se utar gaya akhir

फकत मेरे दिल से उतर जायेगा
बिछड़ना मुबारक बिछड़ जाइएगा
Faqat mere dil se utar jaiga
Bicharna Mubarak bichar jaiyega.

सिर्फ क़ासिद मिला नजर से नज़र
में समझ जाओ गा खबर क्या है
Sirf qasid mila nazar se nazar
Me samajh jaon ga khabar kya hai

लब ओ लहजे फकत रसीले है
मन के खोते अजब ज़हरीले है
Lab o lehje faqat raseele hain
Man ke khoote ajab zehreele hain
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कोई कितना ही खुश मिजाज क्यों ना हो
रुला देती है किसी कि कमी कभी कभी
Koi kitna hi khush mizaaj kyu na hu
Rula deti hai kisi ki kami kbhi kbhi

उस की बारात पीकी पर है मुर्शद
सारा गांव मेरे गम में शरीक था
Is ki barat peeki par gai murshad
Sara gaon mere ghum me shareek tha