two line alfaaz shayari
हेल्लो दोस्तो कैसे हो आप सभी लोग उम्मीद करता हूं आप सभी लोग अच्छे होंगे आज के इस आर्टिकल में आपके लिए लेकर आए है । two line alfaaz shayari | dil ke alfaaz shayari जो की कुछ सिलेक्टेड शायरी है और आपको सिर्फ हमारी वेबसाइट पर ही मिलेंगी । और हमें पूरी उम्मीद है कि आपको ये शायरी पसंद आएगी आप इस आर्टिकल को पूरा पड़ना । इत्तियादी आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तो के साथ सोशल मीडिया व्ट्साप फेसबुक इंस्टाग्राम पे जरूर शेयर करे और हमारे साथ इस आर्टिकल में बने रहे ।

किसकी पनाहो मे तुजको गुज़रे ए जिंदगी
अब तो रास्तो ने भी कह दिया है घर क्यू नही जाते.
Kiski panaho me tujko gujare ay jindgi
Ab to raasto ne bhi keh diya hai ghar kyu nahi jate…

यहा सब खामोश है कोई आवाज़ नही करता
सच बोलकर कोई किसी को नाराज़ नही करता…
Yaha sab khamosh hai Koi aawaz nahi karta
Sach bolkar koi kisi ko naraz nahi karta…

जाओ, आज़ाद हो अब के तुम इन हवओ मे उड़ने को,
पर फिर कोई पंख तुम्हारे जला दे तो, लौट आना….
Jao azaad ho ab ke tum in hawao me udne ko
per phir koi pankh tumhare jala De to laut aana

इक रात वो जहाँ गया था बात रोक कर,
अब तक बैठा हूँ वही वो रात रोक कर!
Ek Raat Woh jaha Gaya taha baat ROK Kar
Abhi tak betha hoon wahi Woh Raat ROK kar

मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा
मैं एक उलझा लम्हा, तू रूठा हुआ हालात मेरा
Main khamoshi tere man ki, tu ankaha alfaaz mera
Main ek uljha lamha, tu rutha hua haalaat mera

सिमट गई मेरी गजल भी चंद अल्फ़ाज़ों में
जब उसने कहा मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं
Simat gayi meri gazal bhi chand alfaazon mein
Jab usne kaha mohabbat to ahi par tumse nahi

हम अल्फाजो से खेलते रह गए
और वो दिल से खेल के चली गयी
Ham alfaazon se khelte rah gaye
Aur wo dil se khel ke chali gayi

कुछ लोग पसंद करने लगे हैं अल्फ़ाज़ मेरे
मतलब मोहब्बत में बर्बाद और भी हुए हैं
Kuchh log pasand karne lage hain alfaaz mere
Matlab mohabbat mein barbaad aur bhi hue hain

शायद इश्क अब उतर रहा है सर से,
मुझे अलफ़ाज़ नहीं मिलते शायरी के लिए।
Shayad Ishq Ab Utar Raha Hai Sar Se,
Mujhe Alfaaz Nahin Milte Shayari Ke Liye.

मत लगाओ बोली अपने अल्फ़ाज़ों की,
हमने लिखना शुरू किया तो तुम नीलाम हो जाओगे।
Mat Lagao Boli Apne Alfaazo Ki,
Humne Likhna Suru Kiya To Tum Nilaam Ho Jaoge.